दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित दो विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी कर रहे हैं। दोनों विश्वविद्यलायों के लिए मेडिकल कॉलेज दो अस्पतालों से संबद्ध होंगे। इसमें एक नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय दूसरा दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय है। दोनों तकनीकी विश्वविद्यालयों ने मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेजा है। बताया जा रहा है कि यह अपने आप में एक अनूठा मेडिकल कॉलेज होगा। इसमें चिकित्सा के क्षेत्र में तकनीकी के प्रयोग व उसकी जरूरत को ध्यान में रखकर पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे। यही नहीं इसे अलग-अलग अस्पताल से संबद्ध भी किया जाएगा।
एनएसयूटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी का कहना है कि यह एक अनूठा मेडिकल कॉलेज होगा। संभवत: देश के किसी विश्वविद्यालय द्वारा खोला जाने वाला इस तरह का पहला कदम है। क्योंकि आईआईटी खड़गपुर ने इस तरह की पहल की है। उनका कहना है कि अभी मेडिकल के क्षेत्र में इंजीनियरिंग के दृष्टिकोण से शोध नहीं हो रहा है। लेकिन जितना मेडिकल साइंस है वह तकनीकि आधारित होता जा रहा है। विश्वविद्यालय का अपना एक मेडिकल कैंपस बनाने की योजना है। एनएसयूटी और डीटीयू ने यह प्रस्ताव दिल्ली सरकार के पास भेजा है। यह एक शुरुआती प्रक्रिया है। अभी देश में अकेला आईआईटी खड़गपुर 50 सीट पर यह इस तरह का मेडिकल कॉलेज शुरू करने की योजना बना रहा है। विदेशी विश्वविद्यालयों की बात करें तो लगभग हर तकनीकी संस्थान में एक मेडिकल एजुकेशन है। द्वारका में इंदिरा गांधी अस्पताल बन रहा है यह 1241 बेड का होगा। इसमें शुरुआत में हमें 100 से अधिक सीटें मिल सकती हैं। हमारी योजना है कि हम लोग केवल एमबीबीएस ही नहीं बल्कि एमएस, नर्सिंग, तकनीकी के प्रोग्राम शुरू करेंगे। हमारी बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च मेडिकल के साथ होगी।
पश्चिमी कैंपस में भी कई नए कोर्स शुरू होंगे
प्रो. सैनी ने बताया कि एनएसयूटी के पश्चिमी कैंपस में बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी जैसे सिविल इंजीनियरिंग, जियो टेक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विथ इलेक्ट्रिकल बिहैवियर, एन्वायरमेंटल इंजीनियरिंग के कोर्स भी संचालित होंगे।
प्रो. योगेश सिंह (कुलपति, डीटीयू) ने कहा, इस बारे में एक प्रस्ताव दिल्ली सरकार को हमारे यहां भी भेजा गया है। अभी यह शुरुआती स्थिति में है। भगवान महावीर अस्पताल पीतमपुरा में 100 सीट का प्रस्ताव है।दोनों विश्वविद्यालयों में मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित हैं यह कोर्स
– एमबीबीएस
– बैचरल ऑफ डेंटल साइंस
– बीबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड कम्युनिटी डिजीज
– बीएससी नर्सिंग
– बी फार्मेसी
– बैचलर इन प्रोस्थेटिक्स एंड आर्थोटिक्स
– बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी
इन विषयों में एमडी कराने का प्रस्ताव
जनरल मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, एनेस्थिसियोलॉजी, पेडियाट्रिक्स, डर्मेटोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फिजियोलॉजी, साइकियाट्री आदि।
इन विषयों में एमएस कराने का प्रस्ताव
जनरल सर्जरी, आब्ट्रेटिक्स, गायनोलॉजी, ओटोरहिनोलारिनोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, एनाटॉमी आदि।